ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है,
ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है,
भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में,
इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है
हम बाजीराव नहीं जो मस्तानी के लिए दोस्ती छोड़ दे,
अरे पगली हम तो दोस्ती के लिए हज़ारो मस्तानी छोड़ देंगे !

